सादगी के प्रतिमूर्ति थे आइन्स्टीन

 मित्रों, दुनिया के महान वैज्ञानिक में से एक थे अल्बर्ट आइंस्टीन जिनका जन्म – 14 March 1879 और अवसान – 18 April 1955 हुआ मित्रों इस लेख में   इनके जीवन के घटनाओं का जिक्र है, की इतने बड़े वैज्ञानिक होने के वावजूद इन्होंने अपनी सादगी को बनाये रखा | महान वैज्ञानिक अलबर्ट आइन्स्टीन ने जब जर्मनी छोड़ा तो सारी दुनिया के विश्वविद्यालयों से उन्हें निमंत्रण प्राप्त हुआ ।

निर्मल होकर मुस्कुराएं – आत्म सुधार

मुस्कान में उपचार की शक्ति होती है. यह आपका और आपके साथी का उपचार कर सकती है. जब आप इस तरह निर्मल होकर मुस्कुराएंगे, तो आपके सामने बैठा व्यक्ति भी मुस्कुराएगा.

बेहद लाभकारी है तुलसी

तुलसी का पत्ता हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है । विभिन्न रोगों में इसका उपयोग प्रभावशाली होता है ।  जाने इसका प्रोयोग  कैसे  करें.

डॉ. कलाम के प्रेरणात्मक संदेश

“डॉ० कलाम” हमारे राष्ट्र के वो प्रतिभा थे, जिन्होंने राष्ट्र की प्रगति, आर्थिक सम्पन्नता एवं सुरक्षा की दृष्टी से राष्ट्र को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. भारत के राष्ट्रपति पद को सुशोभित कर चुके डॉ० कलाम को इनके योगदान के लिए सम्पूर्ण भारत में श्रद्धा और गौरव के साथ याद किया जाता रहेगा.

डेंगू से डरें नहीं, सतर्क रहें

इस लेख में हम बात करेंगे “डेंगू” के विषय में जो की एक खास किस्म के मछर के काटने से होता है, इसका नाम है एडिस एजिप्टी” यह एक छोटा काले रंग का मछर है,

विवेकानंद ने बढ़ाया भारतीय संस्कृति का मान

यूग पुरुष “स्वामी विवेकानंद” 1893 में विश्व धर्मसंसद में भाग लेने शिकागो ( अमेरिका ) गए थे ! अभी धर्मसंसद में कुछ ही दिन शेष थे |