किया साहस खुली तक़दीर

प्रिय पाठकों प्रस्तुत एक साहसिक प्रसंग जो ब्रिटिश शासन के समय की है । बिहार के दियारा गांव में अधिकांश लोग जाना पसंद नहीं करते थे, क्योंकि वहां जाने वालों को अक्सर बुखार जकड़ लेता था ।

मकड़ी से मिली प्रेरणा ; लघुकथा

जब राजा ब्रुश अपने शत्रुओं से युद्ध में हार गए. उनके बहूत सारे सैनिक मारे गए और बंदी बना लिए गए. उनके महल पर शत्रु सेना का कब्ज़ा हो गया.  वह अपने परिवार से भी बिछड़ गये. 

सादगी के प्रतिमूर्ति थे आइन्स्टीन

 मित्रों, दुनिया के महान वैज्ञानिक में से एक थे अल्बर्ट आइंस्टीन जिनका जन्म – 14 March 1879 और अवसान – 18 April 1955 हुआ मित्रों इस लेख में   इनके जीवन के घटनाओं का जिक्र है, की इतने बड़े वैज्ञानिक होने के वावजूद इन्होंने अपनी सादगी को बनाये रखा | महान वैज्ञानिक अलबर्ट आइन्स्टीन ने जब जर्मनी छोड़ा तो सारी दुनिया के विश्वविद्यालयों से उन्हें निमंत्रण प्राप्त हुआ ।