संघर्ष ही इंसान को जीना सिखाता है
एक बार एक अध्यापक बच्चों को कुछ सीखा रहे थे. उन्होंने एक छोटे बरतन में पानी भरा और उसमें एक मेंढक को डाल दिया, पानी में डालते ही मेंढक
एक बार एक अध्यापक बच्चों को कुछ सीखा रहे थे. उन्होंने एक छोटे बरतन में पानी भरा और उसमें एक मेंढक को डाल दिया, पानी में डालते ही मेंढक
किसी नगर के राजा ने यह घोषणा करवा दी कि कल जब मेरे महल का मुख्य दरवाज़ा खोला जायेगा. तब जिस व्यक्ति ने जिस
एक ब़ार स्वामीजी जयपुर में दो सप्ताह के लिए ठहरे थे. इस दौरान एक व्याकरण के विद्वान से उनकी भेंट हुई. परिचय होने के पश्चात स्वामीजी उनसे
यह पाउलो कोएलो की लिखी एक प्रेरक कथा है – नारसिसस एक यूवक था जो झील के किनारे अक्सर बैठा करता था. एक दिन उसने झील के पानी में
राजा उदयन की पत्नी ने एक बौद्ध मठ को 500 चादरें दान में दी. आयुष्मान आनंद नाम का एक भिक्षु वह चादरें लेने महल में आया.
एक बार एक जूता बनाने की कम्पनी ने दो यूवकों को मार्केटिंग ऑफिसर बना कर एक द्वीप पर भेजा ताकि वो वहाँ पर उस कम्पनी के बने
महान दार्शनिक अरस्तु महोदय से संबंधित एक प्रेरक प्रसंग मेरा गुरु कौन ? मुर्ख या विद्वान. एक बार एक विद्वान यूनान के दार्शनिक अरस्तु से मिलने गये.
एक बार नदी को अपने प्रचंड प्रवाह पर घमंड हो गया. नदी को लगा की मुझमें इतनी ताकत है कि मैं पहाड़, मकान, पेड़, पशु, मानव आदि सभी
चंद्रमा की दो संताने थी. एक पुत्र – पवन और दूसरी पुत्री – आंधी. एक दिन एक छोटी सी घटना पर पुत्री आंधी को यह लगा कि मेरे पिताजी सांसारिक
एक दिन एक राजा ने अपने 3 मन्त्रियो को दरबार में बुलाया, और तीनो को आदेश दिया की एक एक थैला ले कर बगीचे में जाएँ,