पुस्तकें जो बदल दे आपकी जिन्दगी

संदीप महेश्वरी एक सफल Entrepreneur जो किसी परिचय के मोहताज नहीं उनके द्वारा suggest किया गया 26 पुस्तक जिसे आवश्य ही पढ़ना चाहिए । आइए पढ़ें क्या कहते हैं इन पुस्तकों के विषय में …

सत्कार और तिरस्कार का महत्व

एक थका-मादा शिल्पकार लंबी यात्रा के बाद किसी छायादार वृक्ष के नीचे विश्राम के लिये बैठ गया । अचानक उसे सामने एक पत्थर का टुकड़ा पड़ा दिखाई दिया ।

आशा से जीता जा सकता है जहान

दीपावली की रात थी. किसी तकनीकी कारण से बिजली चली गई थी और पूरी रात उसके आने की संभावना नहीं थी. एक अत्यंत गरीब घर में गृहिणी ने 4 दिए जला रखे थे. गृहिणी का छोटा-सा बालक उन दीयों को देख देखकर प्रसन्न  हो रहा था.

एक चुटकी ज़हर रोजाना – लघुकथा

आरती नामक एक युवती का विवाह हुआ और वह अपने पति और सास के साथ अपने ससुराल में रहने लगी । कुछ ही दिनों बाद आरती को आभास होने लगा कि उसकी सास के साथ पटरी नहीं बैठ रही है । सास पुराने ख़यालों की थी और बहू नए विचारों वाली ।

आज से बेहतर कल कैसे बनाएं

जीवन के कुछ हालात ऐसे होते हैं जिन्हें हम तब तक नहीं समझ सकते, जब तक की खुद उससे न गुजरें. कुछ ऐसी बातें भी होती हैं जिसका महत्व हमें तब समझ में आता हैं जब हमारा उससे सामना होता है. 

धेर्य के बिना सबकुछ बेकार है

आज कल देखा जाता है, ज्यादातर लोग छोटी-छोटी बातों पर अपना धेर्य खो बैठते हैं, बर्दास्त करने की क्षमता तो मानो विलीन ही होती जा रही है.

मान्यताओं का मोह जाल

हमारे जीवन में हम इंसान “मान्यताओं के मोह जाल” की जंजीरों से ऐसे जकड़े हुए हैं कि जब कभी भी उससे बाहर आने की कोशिश करते हैं तो ऐसा सोचते हैं कि

प्रेरक प्रसंग – एकाग्रता क्यों ?

एक ब़ार स्वामीजी जयपुर में दो सप्ताह के लिए ठहरे थे. इस दौरान एक व्याकरण के विद्वान से उनकी भेंट हुई. परिचय होने के पश्चात स्वामीजी उनसे

जटिल प्रश्न , सरल जबाब ( स्वामी विवेकानंद )

एक विदेशी महिला ने विवेकानंद से कहा – मैं आपसे शादी करना चाहती हूँ”। विवेकानंद ने पूछा- “क्यों देवी ? पर मैं तो ब्रह्मचारी हूँ”। महिला ने जवाब दिया -“क्योंकि मुझे आपके जैसा ही एक पुत्र चाहिए, जो पूरी दुनिया में मेरा नाम रौशन करे और वो केवल आपसे शादी करके ही मिल सकता है मुझे”।

आत्मविश्वास से बड़ा दूसरा कोई मित्र नहीं

यह लेख जो आपको आपके वास्तविक ताकत से परिचय करवाएगा आपके सच्चे मित्र से आपका परिचय करवाएगा. जो आपके अंदर स्वत: विकसित होता है. तो आईये Start करते हैं, बहूत सारे लोगों के मन में यह प्रश्न उठता है की आत्मविश्वास क्या है ?