नेल्सन मंडेला के प्रेरक विचार
संपूर्ण विश्व में रंगभेद निति के विरोध के प्रतीक नेलशन मंडेला महोदय का संछिप्त जीवन परिचय एवं प्रेरणात्मक विचारों का संग्रह. इन्हें नोबेल शांति पुरस्कार/भारत रत्न/गाँधी शांति इत्यादि पुरस्कारों से नवाजा गया है.
संपूर्ण विश्व में रंगभेद निति के विरोध के प्रतीक नेलशन मंडेला महोदय का संछिप्त जीवन परिचय एवं प्रेरणात्मक विचारों का संग्रह. इन्हें नोबेल शांति पुरस्कार/भारत रत्न/गाँधी शांति इत्यादि पुरस्कारों से नवाजा गया है.
मलाला का जन्म 12 जुलाई 1997 को हुआ और 12 जुलाई 2013 को सबसे कम उम्र 17 वर्ष की अवस्था में नोवेल शांति पुरस्कार विजेता बनी. आइए जाने इनके प्रेरणात्मक विचार.
थामस जेफरसन / Thomas Jefferson अमेरिकी ‘स्वतंत्रता की घोषणा’ के मुख्य लेखक थे. जेफ़रसन एक राजनितिक दार्शनिक व संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति थे. इनका जन्म 13 अप्रेल 1743 एवं अवसान 4 जुलाई 1826 को हुआ था.
चाणक्य का पूरा नाम विष्णुगुप्त कौटिल्य था । इन्होंने विदेशी आक्रमण से त्रस्त टूटे-फूटे और बिखरे हिंदुस्तान को एकता के सूत्र में गूँथ कर उसे एक दृढ़ राजनितिक आधार प्रदान किया ।
आर्थर रिमबाउड / Arthur Rimbaud फ्रेंच Poet थे. इनका जन्म 20 अक्टूबर 1854 को हुआ और मृत्यु 10 नबम्बर 1891 को हुई. छोटी उम्र में उन्होंने अपने नाम से प्रसिद्धि हासिल की.
महान गणितज्ञ, रहस्यवादी एवं वैज्ञानिक जिन्होंने ज्यमिति में एक प्रमेय की स्थपना की ( p² + b² = h² ) जिसे पाईथागोरस प्रमेय कहा जाता है.
महान वैज्ञानिक मैडम क्यूरी एक रसियन मूल की महिला थी, जिन्होंने 1898 में अपने पति के साथ मिल कर रेडियम और पोलोनियम का आविष्कार किया, रेडियोएक्टिविटी की खोज के लिए इन्हें 1903 में नावेल पुरस्कार भी मिला. जन्म : 7 नवम्बर 1867 एवं अवसान : 4 जुलाई 1934 .
यूनानी दार्शनिक एपिकुरूस महोदय का जन्म : 341 BC अवसान : 270 BC, ये आनंदवाद के संस्थापक थे. इस पर इन्होंने तकरीबन 300 पृष्ठ लिखें होंगे, जिनमे कुछ पत्र ही बचे हुए हैं. इन्होंने एपिकुरिज्म स्कूल की स्थापना भी की थी.
आधुनिक उर्दू और फारसी साहित्य को एक नया मुकाम, एक नई जिन्दगी, एक नई रोशनी देने वाला कवी और ‘तराना-ए-हिन्द’ का शायर, मोहम्मद इक़बाल , इन्होंने कहा, “कुछ बात है की हस्ती मिटती नहीं हमारी”
यूनान के प्रसिद्ध दार्शनिक प्लेटो महान दार्शनिक सुकरात के शिष्य थे. एवं अरस्तु के गरु. इन तीनों दार्शनिकों ने पश्चिमी संस्कृति का धार्मिक आधार तैयार किया. “प्रेम एक गंभीर मानसिक रोग है।”– प्लेटो