लघुकथा – तीसरी बकरी

रोहित और मोहित बड़े शरारती बच्चे थे, दोनों 5th स्टैण्डर्ड के स्टूडेंट थे और एक साथ ही स्कूल आया-जाया करते थे. एक दिन जब स्कूल की छुट्टी

हमें पता है, आपको न्याय नहीं मिलेगा

हमें पता है, साथी तुम्हें न्याय नहीं मिलेगा. लेकिन हम मजबूर जो ठहरे, हर जुल्म के टक्कर में खड़ा होने की एक आदत सी जो हो गई है. हम भी क्या करें !

सच्ची परख “प्रेरणात्मक कहानी”

एक राजा का दरबार लगा हुआ था, क्योंकि सर्दी का दिन था. इसलिए राजा का दरवार खुले मे लगा हुआ था. पूरी आम सभा सुबह की धूप मे बैठी थी.

बचपन का भोलापन और पापा का डर

सब कुछ सही था. हम अपने धुन में खोये हुए जयपुर के प्रसिद्ध किले  को देखने जा रहे थे. रास्ते में बाइक पर पीछे बैठ कर जल महल को देखने का आनंद कुछ अलग ही तरीके का होता है, तो मैं उस आनंद के सागर में गोते लगा रहा था. गुलाबी सर्दी पुरे….

महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद

“दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे आजाद हैं…आजाद रहेंगे” महान क्रांतिकारी, निर्भीक, निडर, दृढ़निश्चयी, सम्राज्यवाद के घोर विरोधी, महान

हवालात के अन्दर से-अविनाश

सामाजिक कार्य करते हुए अगर आपको पुलिस पकड़ कर हवालात में बंद करती है, और हवालात के बाहर कोई आपके समर्थन में नहीं दिखता है तो ये कमी

महान क्रांतिवीर मंगल पांडे

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत, महान क्रांतिवीर, आजादी के लड़ाई के महानायक मंगल पांडे “बंधुओ ! उठो ! उठो ! तुम अब भी किस चिंता में निमग्न हो ?

अरुणा आसफ़ अली / Aruna asaf ali

अरुणा आसफ़ अली भारतीय स्वाधीनता संग्राम की एक महान सेनानी थी. पद्मविभूषण और सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारतरत्न” जैसे पुरस्कार से समानित अरुणा जी “ग्रांड ओल्ड लेडी” के नाम से प्रसिद्ध हैं.