योगी से महामात्य तक का सफ़रनामा !
विचारबिंदु के इस अंक में प्रस्तुत है, योगी आदित्य नाथ जी महराज के योगी से उतर प्रदेश के महामात्य बनने तक का सफ़रनामा…..
विचारबिंदु के इस अंक में प्रस्तुत है, योगी आदित्य नाथ जी महराज के योगी से उतर प्रदेश के महामात्य बनने तक का सफ़रनामा…..
आकाश में लालिमा कोई तस्वीर को सुर्ख रंगों से भर रही है, अरहर की झुरमुटों में अभी भी अँधेरा है | मैं खेत-पथार घूमने निकला हूँ |
समस्त ब्रम्हांड का आधार बदलाव है। युग-युगांतर से बदलाव होते रहे हैं तथा होते रहेंगे। परंतु जब मैं… इस भीड़ से परे वर्तमान पर दृष्टि डालता हूं,तो मन विस्मय से भर उठता है। एक सवाल बार-बार जेहन में उठता है कि क्या हमारे पुरखों ने इसी परिवर्तित समाज की परिकल्पना की होगी? उत्तर शायद नकारात्मक मिलेगा।
आज अहलभोर से ही देख रहा हूँ चहुँओर महिला दिवस की बधाई वाली फेसबुकी तख़्ती लटका लिया गया है ,अधिकांश वैसे मित्रों के द्वारा भी जो व्यक्तिगत जीवन में वो नहीं चाहते या करते हैं जो वो दिखना या दिखाना चाह रहे हैं।
यह प्रसंग अमेरिका के एक छोटे से बच्चे की है, जिसका नाम डिफोस्ट था । जो विषम परिस्थिति में भी अपने सपने को साकार किया एक छोटी सी चिड़ियाँ से प्रेरणा ले कर…….
गले में खराश या दर्द आम बात है । ठंढ या बदलते मौसम में यह हो सकता है । आमतौर पर गले का संक्रमण वायरस या बैक्टीरिया के कारण होता है । ऐसे में तुरंत डॉ के पास जाने से बेहतर होगा कुछ आसान नुस्ख़े अपनाएं ।
कभी-कभी हम अत्यधिक ही विचलित हो जाते हैं. छोटी-छोटी बातें हमें दिग्भ्रमित कर देती है और हम बेवजह परेशान हो जाते है. ऐसे में कुछ प्रसंग हमें यथार्थ का बोध कराते हैं, और हमारा पथ प्रदर्शित करते हैं. आइए पढ़ें…..
प्रस्तुत है पाँच बाल कविताएँ । “माँ, कह एक कहानी”- मैथिलीशरण गुप्त / “बचपन जिंदाबाद !” – शादाब आलम / “टेसू राजा अड़े खड़े” – रामधारी सिंह दिनकर / “सुबह” – श्रीप्रसाद / “सतरंगे बादल” – पूनम श्रीवास्तव ।