एक हार से न कोई फकीर और एक जीत से न कोई सिकंदर बनता ?
एक हार से न कोई फकीर और एक जीत से न कोई सिकंदर बनता ? चंदन ठाकुर की कलम से !
एक हार से न कोई फकीर और एक जीत से न कोई सिकंदर बनता ? चंदन ठाकुर की कलम से !
दोपहर बीत चुकी है । फागुन की ठंडी हवाओं ने कब करवट ली और चैत्र मास के लूँ के थपेड़ों ने मन को विचलित करना शुरू कर दिया यह पता ही नहीं चला । दलान से…
उस दलित बस्ती के चौक पर बैठकर ब्राह्मण होने के कारण हमने जितनी गालियां सुनी थी उसकी कल्पना हमने सपनों में भी नहीं की थी । सच कहूं उस दिन मुझे पता चला मैं ब्राह्मण हूं, नहीं तो देश के विभिन्न…
मैं भी एक मैथिल हूँ । मातृभाषा मैथिली है । कहते हैं दुनिया की सबसे मीठी भाषा है, लेकिन 21वीं सदी में मुझे भी अपनी मातृभाषा बोलने में गर्व महसूस नहीं होता तो हमने भी हिंदी और अंग्रेजी को अपना लिया । सोचा था..
“किडनी पर ज्यादा लोड मत लो राजू…..मैंने पहले ही समझाया था….शहर छोड़कर गाँव मत आओ…जब-तक सूट-बूट में हो तभी तक सरकार है, हमारी तरह लुंगी-गंजी-कुदाल से पहचान होगी तो सिर्फ सरकारी जुबान में रहोगे…’
जीवन में सफल होने के लिए व्यक्ति को अपने दिनचर्या के अनुकूल ही चलना चाहिए. परन्तु आज के भाग-दौर और फेसबुक / whats app वाली जिन्दगी में ऐसा कहाँ हो पाता है.
आध्यात्मिक नेता एवं मानवतावादी धर्मगुरु, आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर का जन्म 13 मई 1956 को तमिलनाडु में हुआ, रवि शंकर कहते हैं कि
संदीप महेश्वरी एक सफल Entrepreneur जो किसी परिचय के मोहताज नहीं उनके द्वारा suggest किया गया 26 पुस्तक जिसे आवश्य ही पढ़ना चाहिए । आइए पढ़ें क्या कहते हैं इन पुस्तकों के विषय में …
बिहार उद्यमी संघ द्वारा 4th उद्यमिता सम्मेलन का आयोजन पटना के श्री कृष्णा मेमोरियल हाल में किया गया ।