Lyengar योग के गुरु B.K.S Lyengar ( वेल्लूर कृष्णमचारी सुन्दराज अयंगार ) का जन्म कर्नाटक के वेल्लूर में 14 दिसम्बर 1918 को हुआ. अयंगार भारतवर्ष के एक महान योग गुरु थे जिन्होंने अयंगार योग की स्थापना की थी. 1975 में इन्होंने महाराष्ट्र में योगविद्या नाम से अपना संस्थान शुरू किया. इन्होंने अपने संस्थान का भारत में ही नहीं अपितु विश्व के विभिन्न राष्ट्रों में शाखाओं को स्थापित किया. 2002 में भारत सरकार ने इन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्मभूषण से सम्मानित किया एवं 2014 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया. 2004 में B.K.S Lyengar को दुनिया के सुबसे प्रभावशाली 100 लोगों में शामिल किया गया. अयंगार ने जयप्रकाश नारायण, येहुदी मेनुहिन, जिद्दू कृष्णमूर्ति जेसे लोगो को भी योग सिखाये.
क्या है अयंगार योग ? – अयंगार योग हठयोग का एक प्रकार है, जिसका नाम B.K.S Lyengar के नाम पर परा. हठ योग योग की एक शाखा है, जिसका जन्मदाता हिन्दू परम्परा में भगवान शिव को माना जाता है. पौराणिक कथा के अनुसार, एक द्वीप पर जहाँ कोई नहीं था भगवान शिव पार्वती को हठ योग का ज्ञान दे रहे थे. लेकिन एक मछली पुरे प्रवचन को सुन रहा था, सुनने के बाद वह सिद्ध हो गया और मत्स्येंद्र नाथ के रूप में जाना जाने लगा. गोरखनाथ बाद में मत्स्येंद्र नाथ का शिष्य बना और वह हठ योग के ज्ञान का प्रचार किया. आधुनिक ऋषि के रूप में विख्यात B.K.S Lengar 20 अगस्त 2014 को इस संसार को विदा कह परमात्मा में विलीन हो गए !