एक प्रेरणात्मक हिंदी कहानी

गाँव में एक किसान रहता था जो दूध से दही और मक्खन बनाकर बेचने का काम करता था । एक दिन उसकी बीवी ने उसे मक्खन तैयार करके दिया वो उसे बेचने के लिए अपने गाँव से शहर की तरफ रवाना हुवा ।

संत रविदास और पथिक – प्रेरक प्रसंग

सुमिरन करते हुए अपने कार्य में तत्लीन रहने वाले संत रविदास जी आज भी अपने जूती गांठने के कार्य में तल्लीन थे, अरे..! मेरी जूती थोड़ी टूट गई है इसे गाँठ दो.. राह गुजरते एक पथिक ने  रविदास जी से थोड़ा दूर खड़े हो कर कहा ।