कविता – जुवेनाइल मुहब्बत

समय की करवटों ने बहुत कुछ बदला है । लड़के अब ड्यूड और लड़कियाँ बेब्स कही जाने लगीं हैं । पॉकेट मनी सीसीडी और पब को नशीब हो रहा है । खतों की सिसकियाँ रिंगटोन में बजने लगी है । हर जगह.. नया स्वेग ढूंढा जा रहा है । कालोनी से सुलगता इश्क कॉलेज को … Continue reading कविता – जुवेनाइल मुहब्बत