आ बैल मुझे मार – अविनाश

हमारे यहाँ जिंदगी कॉस्ट कटिंग से शुरू होती है और कॉस्ट कटिंग से लेकर सेविंग तक जाकर खत्म हो जाती है । घर-घर की यही कहानी है । ना जाने यहाँ इंसान पैदा होने से लेकर मरते दम तक खोया-खोया  सा रहता है । जीवन को परेशानियों के बंधन में जकड़े कोल्हू के बैल सा … Continue reading आ बैल मुझे मार – अविनाश