एक चिड़िया, जो बनी पूरी ज़िन्दगी की प्रेरणा
यह प्रसंग अमेरिका के एक छोटे से बच्चे की है, जिसका नाम डिफोस्ट था । जो विषम परिस्थिति में भी अपने सपने को साकार किया एक छोटी सी चिड़ियाँ से प्रेरणा ले कर…….
यह प्रसंग अमेरिका के एक छोटे से बच्चे की है, जिसका नाम डिफोस्ट था । जो विषम परिस्थिति में भी अपने सपने को साकार किया एक छोटी सी चिड़ियाँ से प्रेरणा ले कर…….
“अदना सा तो सपना है आ ऊहो पर हंगामा है । बोलता है संतुष्ट रहो; ईहो कोई बात है, काहे रहें ? है ही का हमरे पास, एगो छोटका गो कमरा, एगो अखड़ा खाट आ एगो पड़ोसी का जंगला. गाम में एगो कठही गाड़ी था ऊहो.
एक थका-मादा शिल्पकार लंबी यात्रा के बाद किसी छायादार वृक्ष के नीचे विश्राम के लिये बैठ गया । अचानक उसे सामने एक पत्थर का टुकड़ा पड़ा दिखाई दिया ।
काली रात ! बादलों ने पुरे आकाश को ढँक रखा है । हवा में एक अजीब सा सन्नाटा है । कमरे में बैठा अकेले अपने धुनों में मग्न कुछ सोच रहा था कि मोबाइल का घंटी घनघनाने लगा ।
माँ के आँसू – यह उसकी अपनी माँ से अंतिम मुलाकात थी, हालाँकि तब उसे इस बात का इल्म नहीं था । वह शहर लोटते समय माँ से विदाई ले रहा था, तो माँ फुट-फुट कर रो पड़ी थी । वह लगातार रोए जा रही थी । उसे थोड़ा आश्चर्य हुआ था कि माँ इतना तो कभी नहीं रोई । वह कुछ समझ नहीं पाया ……..
प्रिय पाठकों प्रस्तुत है, एक लघु कथा “स्मार्ट वर्क” आज के दौर में अगर आपको तरक्की के ऊंचाईयों को छूना है तो आपको अपने काम में मेहनत के साथ – साथ काम करने के तौर – तरीके में फुर्ती व स्मार्टनेस लाना बहूत ही आवश्यक है । आगे ….
प्रस्तुत है. यूग पुरुष स्वामी विवेकानंद से संबंधित एक प्रसंग जिसे पढने के बाद आप स्वत: समझ जायेंगे की वास्तव में सन्यासी कौन होते है.
प्रिय पाठकों हमारे ज़िन्दगी में कभी – कभी ऐसा वक्त आता है, जब हम अपने ही घर की समस्या से तंग आ कर अपने ही जीवन को व्यर्थ समझने लगते है । मित्रों प्रस्तुत है एक लघु कथा – महर्षि रमण के