मेरे भीतर का “बुद्ध”

बुद्ध पूर्णिमा था और संयोग से कुशीनगर से गुजर रहे थे । इसी दिन गौतम बुद्ध कुशीनगर में महानिर्वाण प्राप्त किये थे । वहाँ मेला लगा हुआ था पर फिर भी हर जगह शांति थी । ज्यादा देर रहना नहीं हुआ पर आगे के पूरे रास्ते बुद्ध के बारे में सोचता आया.

जानिये दुःख से मुक्ति के आठ रास्ते

बुद्ध दुःख से मुक्ति के लिए आठ रस्ते बताये थे, ताकि हमारा जीवन शांतिपूर्ण और आनंदित हो सके । Buddha के मार्ग पर चलने के लिए नित जीवन में हमें आठ बातों को वरण करना होगा…

ब्लॉग, ब्लॉगर और ब्लॉगिंग

आप Google पे Search कीजिये करोड़ो ब्लॉग्स Available हैं । But अरबों Internet यूजर को नहीं पता है “ब्लॉग” क्या है ? कुछ लोगों को पता है भी तो सही जानकारी नहीं है । तो आइये विचारों के ओवरडोज़ में जानते हैं । ब्लॉग क्या है ?

‘पुलिसिया पंचतंत्र – भेड़िये और जनता की कहानी’ ।

विचार बिंदु  के इस अंक में प्रस्तुत है, हमारे पुलिस महकमे में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजहों और निदान के रास्तों की पड़ताल करता कवि, लेखक व पूर्व आईपीएस अधिकारी   “ध्रुव गुप्त” जी का आलेख ‘पुलिसिया पंचतंत्र – भेड़िये और जनता की कहानी’

युवा शक्ति के प्रणेता स्वामी विवेकानंद

एक ऐसे व्यक्तित्व जो भारत के लिए ही नहीं, अपितु सम्पूर्ण विश्व के लिए एक अनुकरणीय आदर्श हैं । विचारों के ओवरडोज़ में प्रस्तुत है युवा शक्ति के प्रणेता स्वामी विवेकानंद जी के प्रेरणात्मक विचार ।

हॉट केक बन रहा है मिथिला आन्दोलन

जय मिथिला-जय मैथिली के युग्म से पैदा हुआ एक आंदोलन आजकल हॉट केक बना हुआ है। दरभंगा से दिल्ली तक हर वीकेंड पर इसकी पारम्परिक आहट आप महसूस कर सकते हैं। इसकी डिटेल रिपोर्टिंग और रणनीति फेसबुक पर 24/7 देख सकते हैं । कुछ बहुत सक्रीय संगठनों का दावा है कि बस अब क्रान्ति का फाइनल स्टेज लॉन्च होने ही वाला है ।

क्या है मन की एकाग्रता ?

एक सफल व्यक्ति और एक असफल व्यक्ति की पहचान उसके मन की एकाग्रता से होती है, सफल व्यक्ति अपना काम बुधिमत्ता और एकाग्रचित हो कर करते हैं । अर्थात पूरी तलीनता से करते हैं । जबकि असफल व्यक्ति काम को बोझ समझ कर करते है, एकाग्रमन होकर नहीं ।

जानिए हम कितने सहिष्णु हैं ?

हम सब पूरे खलिहर हैं । एक बार और ये बात साबित कर दिये । पता नहीं क्यों हम एक सड़क छाप मुद्दे को राष्ट्रीय विपत्ति बनाने पर तूल जाते हैं । फेसबूक पे दो खेमा है…

देश का ये चुप्पी वाला एटीट्यूड घातक है भाई

लगभग पच्चीस साल पहले किसी पत्रिका में पढ़ा था, एक बहुत ही शक्तिशाली, बाहुबली योद्धा था । उसके पड़ोस में एक दुबला-पतला, फुर्तीला आदमी रहता था । दोनों के बीच