विश्व पर्यावरण दिवस और बारूद की ढ़ेर पर सिगरेट सुलगाता जेनरेशन ।
प्रिय पाठकों प्रस्तुत है विश्वपर्यावरण दिवस पर चर्चित युवा साहित्यकार “विकास वत्सनाभ” जी का आलेख “विश्व पर्यावरण दिवस और बारूद की ढ़ेर पर सिगरेट सुलगाता जेनरेशन“
प्रिय पाठकों प्रस्तुत है विश्वपर्यावरण दिवस पर चर्चित युवा साहित्यकार “विकास वत्सनाभ” जी का आलेख “विश्व पर्यावरण दिवस और बारूद की ढ़ेर पर सिगरेट सुलगाता जेनरेशन“
प्रिय पाठकों विचार-बिंदु के इस अंक में प्रस्तुत है । विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेषांक युवा साहित्यकार सुमित मिश्र ‘गुंजन’ द्वारा रचित लघुकथा “पीपल की आत्मकथा”
कवि मैथिलीशरण गुप्त की कुछ प्रेरणात्मक कविताएँ/ कालजयी रचना जो हमें प्रेरणा देता है । आईये पढ़ें कविता ( “नर हो, न निराश करो मन को” एवं “मनुष्यता” )
महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च 1879 को जर्मनी में हुआ था. भोतिकी विज्ञान के क्षेत्र में सापेक्षता के सिद्धांत और द्रव्यमान-ऊर्जा समीकरण E = m c 2 के लिए जाने जाते हैं.
हम सभी जानते हैं की धुम्रपान करने से असाध्य रोग होना तय है. फिर भी करते हैं और आदत बना लेते हैं. चलिए पढ़ते हैं धुम्रपान निषेध के कुछ उद्धरण, शायद कुछ बदलाव हो जाए.
क्या आप लिखने में Interested हैं ? अगर हाँ तो आप ब्लॉग या Website के जरिये पैसे कमा सकते हैं । यह एक ऐसा work है, जिसमें आप किसी के अंदर में रहकर नहीं बल्कि अपने “मन का job” करते हैं । जिसमें कोई समय सीमा नहीं होता आप स्वतंत्र होते हैं ।
इस world में maximum लोग ऐसे हैं , जिन्हें उनका अपना काम पसंद नहीं हैं , मतलब वो लोग जो अपनी life survive करने के लिए जो भी काम करते हैं उनसे वो खुश नहीं हैं, इसका एक ही reason है की उन्हें अपने काम से प्यार नहीं है या लगाव नहीं है ।
मातृ दिवस विशेषांक में कवि, लेखक व पूर्व आईपीएस अधिकारी “ध्रुव गुप्त” जी का आलेख “सुख की छाया तू दुख के जंगल में !”
ब्रूस ली का कथन है – मुझे उस आदमी से डर नहीं लगता जो 10 हजार तरह की किक के बारे में जानता है, बल्कि उस आदमी से लगता है जो एक ही किक की प्रैक्टिस 10 हजार बार करता है. दरअसल ये फर्क है नॉलेज और प्रैक्टिस का.
सर इज़ोक न्यूटन एक ऐसे प्रभावशाली वेज्ञानिक थे, जिन्होंने दुनिया को गुरूत्वाकर्षण के नियम से परिचित कराया. अपने सिद्धांतों से भौतिकी और गणित जेसे विषय में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. न्यूटन भौतिकवादी, गणितज्ञ, खगोलशास्त्री, धर्मशास्त्री और दार्शनिक थे.